आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. जयराम यादव के दिशानिर्देशन में अष्टम आयुर्वेद दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत  राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय

बिंदु वर्मा ब्यूरो चीफ 

पट्टी।आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. जयराम यादव के दिशानिर्देशन में अष्टम आयुर्वेद दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत आज राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय, उडैयाडीह द्वारा ग्राम सरखेलपुर में किसानों व ग्रामीणों को आयुर्वेदिक औषधीय पौधों एवं श्री अन्न के लाभ के साथ साथ इनकी कृषि के लाभों के बारे में जागरूक किया गया! इस कार्यक्रम में राजकीय आयुर्वेदीय चिकित्सालय, उडैयाडीह के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. आशीष कुमार त्रिपाठी ने आगंतुक ग्रामवासियों को बाजरा, मक्का, रागी, साँवा, गिलोय, शतावरी, अपामार्ग, घृतकुमारी, चित्रक आदि की गुणवत्ता व आर्थिक महत्व पर चर्चा करते हुए इनके बृहत स्तर पर उत्पादन हेतु प्रेरित किया! औषधीय पौधों की कृषि में कम लागत, कम मेहनत से अधिक आर्थिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है एवं फसल परिवर्तन से भूमि की उर्वरा शक्ति भी बढ़ेगी! आयुर्वेदीय कच्ची औषधियों का बाजार में बेहतर मूल्य मिल सकता है! इसके अतिरिक्त खेतों में रासायनिक कीटनाशकों के स्थान पर हर्बल आयुर्वेदीय कीटनाशक औषधियों का के प्रयोग की सलाह देते हुए आयुर्वेद के महत्व एवं आयुर्वेद में वर्णित दिनचर्या, ऋतुचर्या, गाँव में सहज रूप से उपलब्ध औषधियों से सामान्य बीमारियों में लाभ व नियंत्रण के विषय में चर्चा की गयी! आयुष हेल्थ वेलनेस सेंटर, उडैयाडीह के योग प्रशिक्षक जगदेव ने आगंतुकों को नित्य किये जाने वाले आसन एवं प्राणायाम बताये! ग्रामीणों को आयुर्वेद एवं योग से संबंधित किसी भी जानकारी या परामर्श हेतु नजदीकी आयुष हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर पर संपर्क करने की सलाह दी गयी! क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी, प्रतापगढ़ डा. जयराम यादव ने बताया कि जनपद के विभिन्न चिकित्सालयो द्वारा आयुर्वेद दिवस के अवसर पर आयुर्वेद जनजागराण हेतु इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं!