पूर्व कैबिनेट मंत्री के आश्वासन पर समाप्त हुई पट्टी बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं की हड़ताल

बिंदु वर्मा ब्यूरो चीफ 

पट्टी। तहसील के 56 गांव काटकर सदर तहसील में जोड़े जाने को लेकर महीनो से चल रही अधिवक्ताओं की हड़ताल मंगलवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री के आश्वासन पर समाप्त हो गई। पट्टी तहसील के कुंडल सर्कल के 56 गांव को काटकर सदर तहसील में जोड़े जाने की जानकारी होने से नाराज अधिवक्ताओं ने हड़ताल शुरू कर दी थी। अधिकारियों ने भी हड़ताल समाप्त करने का काफी प्रयास किया पर अधिवक्ता किसी भी कैसे समझाने पर मानने को तैयार नजर नहीं आ रहे थे आखिरकार मंगलवार को पूर्व केंद्र मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह पट्टी बार भवन में अधिवक्ताओं के साथ एक बैठक की बैठक में सर्वप्रथम अधिवकता वरुण पांडे उर्फ बंटी से हड़ताल का कारण जाना। वरुण पांडे ने बताया बताया कि तहसील के 56 गांव को काटकर सदर में जोड़े जाने की जानकारी होने से अधिवक्ता हड़ताल पर है। बार अध्यक्ष राधा रमण मिश्र ने हड़ताल की विस्तृत जानकारी पूर्व कैबिनेट मंत्री को दी। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने अधिवक्ताओं को आश्वासन दिया कि वह एक भी गांव को पट्टी तहसील से अलग नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि पट्टी तहसील का वर्तमान स्वरूप एक व्यक्ति के शरीर के अंगों के समान है। कोई भी अंग कटे तो तकलीफ होती है। इसलिए पट्टी तहसील का एक भी गांव काटकर किसी अन्य तहसीलों से नहीं जोड़ने दिया जाएगा। भौगोलिक परिसीमन के अनुसार 56 गांव काटने की बात सामने आ रही है। यदि इस तरह का कोई बदलाव होता है तो उसके लिए भी वह लड़ाई लड़ेंगे। बैठक में मौजूद एसडीएम पट्टी ने अधिवक्ताओं के समक्ष अपनी भूल स्वीकार करते हुए क्षमा की याचना की। तदुपरांत कैबिनेट मंत्री के आश्वासन को देखते हुए अधिवक्ताओं से बात कर बार अध्यक्ष ने महीनो से चल रही हड़ताल को समाप्त होने की घोषणा कर दी। इस दौरान एसडीएम पट्टी देश दीपक सिंह नायब तहसीलदार पवन सिंह वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक श्रीवास्तव, राकेश खरे रवि सिंह, अमित चौरसिया अजीत सिंह, नंदन चतुर्वेदी वंश बहादुर सिंह समेत तमाम वरिष्ठ अधिवक्ता मौजूद रहे।