वापस गए सीआरओ नहीं खुला तहसील का ताला दिन भर रहा चक्का जाम, 56 गांव के आक्रोश में आग बबूला हुए अधिवक्ताओं ने लगाया जिला प्रशासन एवम एसडीएम पट्टी मुर्दाबाद का नारा
वापस गए सीआरओ नहीं खुला तहसील का ताला दिन भर रहा चक्का जाम, 56 गांव के आक्रोश में आग बबूला हुए अधिवक्ताओं ने लगाया जिला प्रशासन एवम एसडीएम पट्टी मुर्दाबाद का नारा

वापस गए सीआरओ नहीं खुला तहसील का ताला दिन भर रहा चक्का जाम,
56 गांव के आक्रोश में आग बबूला हुए अधिवक्ताओं ने लगाया जिला प्रशासन एवम एसडीएम पट्टी मुर्दाबाद का नारा
बिंदु वर्मा ब्यूरो चीफ
पट्टी। तहसील न्यायालय में लगभग महीना भर होने को है कि तहसील भर के अधिवक्ता कार्य भार छोड़कर 56 गांव पट्टी तहसील क्षेत्र से काटकर सदर तहसील प्रतापगढ़ में जोड़े जाने का विरोध कर रहे थे। मंगलवार से अधिवक्ताओं ने रुख बदल कर सड़क पर आकर प्रशासन के निर्णय का कड़ा विरोध कर रहे हैं। अधिवक्ताओं को कुछ देर तक रिझाने समझने का प्रयास जब स्थानीय उप जिला अधिकारी पट्टी देश दीपक सिंह तहसीलदार पट्टी करते रहे। लेकिन अपनी मांग को लेकर अधिवक्ता बुधवार देर शाम तक बीच सड़क पर खड़े रहे। दोपहर करीब 3:00 बजे के आसपास अपर जिला अधिकारी प्रशासन देवन गुप्ता प्रतापगढ़ अधिवक्ताओं से बातचीत करने पहुंचे अधिवक्ताओं का आक्रोस देखकर कुछ देर तक विचार करते रहे फिर अधिवक्ताओं से बातचीत करने के लिए सामने पहुंचे मीठी-मीठी बातें करते हुए रिझाने समझाने का प्रयास किया। लेकिन अधिवक्ताओं ने एक न मानी आखिरकार संबंधित अधिकारी एसडीएम पट्टी के साथ डाक बंगला ऑफिस में अधिवक्ताओं के साथ बैठकर बातचीत करने का निर्णय लिया संबंधित बैठक में तमाम तरह से अधिवक्ताओं को रिझाने प्रयास में फेल रहा। बातचीत करते हुए पट्टी तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधा रमन मिश्रा ने कहा कि यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक 56 गांव पुनः तहसील पट्टी में जोड़ने का प्रस्ताव नहीं आ जाता। बातचीत करते हुए अपर जिला अधिकारी प्रशासन ने बताया कि अधिवक्ताओं का आक्रोश देखा गया है उनके द्वारा ज्ञापन प्राप्त हुआ है संबंधित मामले को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा ताकि मामले का सकुशल निस्तारण किया जा सके। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता मुनव्वर अली,बिंदेश्वरी प्रसाद पाठक बिंदु,वरुण कुमार पांडेय बंटी,रवि सिंह,चंदन सिंह,अमित चौरसिया,नंदन चतुर्वेदी,मानस त्रिपाठी मनीष त्रिपाठी बबलू,श्री राम वर्मा उमेश तिवारी,विकास श्रीवास्तव आदि विद्वान अधिवक्ता मौजूद रहे।