पलियन नाथ महादेव मंदिर पर 108 कुंडीय महायज्ञ का किया गया भव्य आयोजन, महायज्ञ में आहूति डालकर धन्य हुए हजारों भक्तगण, सुबह से शाम तक विविध धार्मिक कार्यक्रम का किया गया आयोजन, भक्ति रस बरसा मे गोता लगाकर धन्य हो उठे भक्तगण , शाम को विशाल भंडारे में हजारों भक्तों ने किया प्रसाद ग्रहण
पलियन नाथ महादेव मंदिर पर 108 कुंडीय महायज्ञ का किया गया भव्य आयोजन, महायज्ञ में आहूति डालकर धन्य हुए हजारों भक्तगण, सुबह से शाम तक विविध धार्मिक कार्यक्रम का किया गया आयोजन, भक्ति रस बरसा मे गोता लगाकर धन्य हो उठे भक्तगण , शाम को विशाल भंडारे में हजारों भक्तों ने किया प्रसाद ग्रहण

पलियन नाथ महादेव मंदिर पर 108 कुंडीय महायज्ञ का किया गया भव्य आयोजन,
महायज्ञ में आहूति डालकर धन्य हुए हजारों भक्तगण,
सुबह से शाम तक विविध धार्मिक कार्यक्रम का किया गया आयोजन,
भक्ति रस बरसा मे गोता लगाकर धन्य हो उठे भक्तगण ,
शाम को विशाल भंडारे में हजारों भक्तों ने किया प्रसाद ग्रहण
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पट्टी ।तहसील क्षेत्र के गोई गांव में सई नदी के पावन तट पर स्थित प्राचीन पलियन नाथ महादेव मंदिर करीब 2000 वर्ष पुराना गुप्तकालीन बताया जाता है। पलियन नाथ महादेव मंदिर लोगों में आस्था एवं विश्वास का केंद्र बना हुआ है। लोगों की मान्यता है कि बाबा के दरबार में जो श्रद्धा से आया उसकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती हैं। गोई गांव निवासी गौरांग दास बाबा और आनंद शर्मा के कुशल निर्देशन में और क्षेत्र एवं जनपद वासियों के सहयोग से अधिक श्रावण मास के पावन पर्व पर रविवार को पालिया नाथ धाम मे 108 कुंडीय महायज्ञ का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें भागवताचार्य पंडित उमाकांत त्रिपाठी के वैदिक मंत्र उच्चारण के बीच क्षेत्र के हजारों भक्तों ने यज्ञ में आहुति डालकर धन्य हो उठे इस दौरान महायज्ञ से पूरा क्षेत्र सुगंधित हो उठा। इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक गौरांग दास बाबा ने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजन से धर्म के साथ आस्था प्रकाढ होती है। और सामाजिक समरसता मजबूत होती है। और ऐसे आयोजन से जहां पर सारे पाप कट जाते हैं। वहीं पर क्षेत्र और जनपद के जन-जन का कल्याण होता है।
इसके पूर्व सुबह 6:00 से 8:00 तक मनोहारी हरिनाम संकीर्तन का भव्य आयोजन किया गया। उसके बाद 8:00 से 10:00 तक भव्य शिव अर्चना और रुद्राभिषेक का भव्य आयोजन किया गया। और 10 से 1:00 तक भक्तों द्वारा भोलेनाथ का 1008 किलो का अन्नभिषेक किया गया। और शाम को भव्य मनोहारी सई गंगा आरती का आयोजन किया गया। इस दौरान सुबह से शाम तक भोलेनाथ के दरबार में भक्ति कार्यक्रमों की धूम मची रही और भक्तगण भक्ति रस वर्षा में गोता लगाकर धन्य हो उठे। और शाम को 108 कुंडीय महायज्ञ के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्र के हजारों भक्त प्रसाद ग्रहण कर धन्य हो उठे। इस दौरान विशाल कार्यक्रम के संयोजन में समाजसेवी बुद्धिजीवी साहित्यकार पत्रकार जनपद एवं क्षेत्रवासियों एवं भक्तगणों का तन मन धन से सराहनीय सहयोग रहा।
रिपोर्ट, ज्ञान सिंह पी आई न्यूज़ प्रदेश प्रभारी उत्तर प्रदेश