श्री काशी विद्वत परिषद के महामंत्री ने कहा कि ज्योतिष पीठ व द्वारिका शारदा पीठ के शंकराचार्य की नियुक्ति मठाम्नायनुरूप हुईं हैं
श्री काशी विद्वत परिषद के महामंत्री ने कहा कि ज्योतिष पीठ व द्वारिका शारदा पीठ के शंकराचार्य की नियुक्ति मठाम्नायनुरूप हुईं हैं

श्री काशी विद्वत परिषद के महामंत्री ने कहा कि ज्योतिष पीठ व द्वारिका शारदा पीठ के शंकराचार्य की नियुक्ति मठाम्नायनुरूप हुईं हैं
प्रतापगढ़।आज श्री काशी विद्वत परिषद ने कहा कि जगत गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती महाराज के दिनांक 11-9-2022 को ब्रम्हलीन होने के पश्चात उनके आदेशानुसार मठाम्नायनुरूप अनेक आप्त महत्मगणएवं विद्वतजनो समक्ष ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य के रूप में अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती महाराज का तथा द्वारिका शारदा पीठ के शंकराचार्य के रूप में सदानन्द सरस्वती जी महाराज का जो श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य महा स्वामी भारतीतीर्थ जी महाराज के द्वारा श्रृंगेरी में संक्षेपतः तथा दिनांक 14-10-2022 को द्वारिका शारदा पीठ में महा स्वामी भारती तीर्थ के शिष्य श्री विधुशेषरभारती जी महाराज के द्वारा पट्टाभिषेक हुआ है उसका यह श्री काशी विद्वत परिषद पूर्णतयः समर्थन करती हैं।अतः दोनों महापुरुषों का ज्योतिषपीठ और द्वारिका शारदा पीठ के शंकराचार्य के रूप मे प्रतिष्ठापन पूर्णतः न्यायोचित एवं शास्त्र सम्मत है।असंजातविरोधिन्याय से भी शंकराचार्य के रूप में उनकींपुष्टि होती है। उक्त बात को श्री काशी विद्वत परिषद के महामंत्री कमलकांत त्रिपाठी की तरफ से कहा गया है इसी क्रम में आज
ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के मीडिया प्रभारी डाक्टर शैलेन्द्र योगी उर्फ योगीराज सरकार ने कहा कि इस पत्र के माध्यम से अब तो शिद्ध है कि श्री काशी विद्वत परिषद ने भी अपनी सन्सतुती प्रदान की है।